आज 30 मई 21 को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर निर्भया सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मिश्र " बाबा " ने देश के सभी पत्रकारों के सम्मानार्थ , सहयोगार्थ , कल्याणार्थ प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से " राष्ट्रीय पत्रकार आयोग " के गठन की मांग की है ।
बाबा ने सभी पत्रकारों को आज के पुनीत अवसर पर हार्दिक बधाई दिया। और कहा कि पत्रकार समाज का आईना होता है ।
साथ ही देश के लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी है। संकट काल मे सूचनाओं के आदान प्रदान का महत्व संकटमोचक होता है।
कोविड-19 की महामारी में पत्रकारों ने जान की परवाह किये बिना कोरेन्टीन एरिया में, अस्पतालों में जाकर समाचार संकलन किया साथ ही सुविधाओ और मरीजो की समस्याओं को पुरजोर ढंग से समाज और सरकार के समक्ष रखा। कई संक्रमित होकर अपने प्राण गवा दिए।
हम लोग कै हर हाल में सभी को पत्रकारों का हरसंभव सहयोग और सम्मान करना चाहिए ।
निःसंदेह पत्रकारों की हत्या होती है , उन्हें मारा पीटा जाता है , उनका भी द्वेषवश उत्पीड़न होता है , जो निंदनीय है । इस पर माननीय प्रधानमंत्री सहित जन जन को गंभीर होना चाहिए व उन्हें हर संभव प्रोत्साहित करना चाहिए ।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के ही दिन भारत का पहला हिंदी अखबार " उदत्त मार्तण्ड " 30 मई 1826 को कलकत्ता में पंडित जुगुल किशोर सुकुल ने प्रथम संपादक के रूप में किया था ।
No comments:
Post a Comment