लोकपति सिंह जिला संवाददाता
इलिया। क्षेत्र में किसानों के भूमि को सिंचित करने वाला क्षतिग्रस्त जनकपुर माईनर का मरम्मत कार्य रविवार से शुरू हो गया है। जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी की आस जग गई है।
लतीफशाह बांध से निकली जनकपुर माइनर से भरा हुआ शाहपुर, उसरी, रामशाला, सुल्तानपुर, अर्जी, ईशापुर, घुरहूपुर सहित 22 इस गांवों के किसानों के खेतों की सिंचाई होती है। पिछले दिनों बांध से महज 500 मीटर की दूरी पर माईनर टूट गई थी। लगभग 10 मीटर की दूरी माइनर के टूटने से सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई थी। माइनर के टूटने से किसानों को सिंचाई के लिए पानी न मिलने का खतरा मंडराने लगा था।
जबकि धान की नर्सरी को इन दिनों पानी की आवश्यकता पड़ने पर वह सूखने के कगार पर पहुंचने लगी थी। जगह-जगह किसानों ने बोरिंग में पम्पिंग सेट लगाकर नर्सरी को बचाने की जुगत में लग गये। उधर माइनर टूटने की जानकारी मिलते ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। आनन-फानन में माइनर के मरम्मत हेतु बालू की बोरियों को लगाकर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने का काम शुरू किया गया। माइनर मरम्मत का कार्य शुरू होने पर किसानों ने राहत का सांस लिया है।
वही सिंचाई विभाग के अवर अभियंता कविराज यादव ने बताया कि माइनर मरम्मत का कार्य सोमवार तक पूरा कर लिया जाएगा। कार्य पूरा होते ही सिंचाई के लिए माइनर से पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
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