नौगढ़/चन्दौली। स्थानीय क्षेत्र में डग्गामार वाहनों के सहारे यात्रियों को यात्रा करना पड़ता है, तथा विभिन्न जगहों जाने के लिए पर सरकारी रोडवेज नाम मात्र की सेवाएं पहुंच पाती है,
नौगढ़ क्षेत्र चंद्रप्रभा वन्य क्षेत्र से गुजारने वाली सड़कों से होते हुए नौगढ़ जाना पड़ता है, उक्त रास्ते काफी उतार-चढ़ाव के होते हैं तथा कई खतरनाक घुमावदार रास्ते हैं जिन पर आए दिन कई दुर्घटनाएं होती रहती हैं तथा इन दुर्घटनाओं में कई लोग घायल तो कई लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
चंदौली जनपद के अति पिछड़े क्षेत्र में शामिल नौगढ़ मुख्यालय से लगभग 70 किमी की दूरी पर स्थित है, पूर्व में यहां की तहसील चकिया हुआ करती थी, जिससे कि लोगों को आने जाने मैं काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए तथा लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नौगढ़ को ही तहसील के दर्ज दे दिया गया,जिससे स्थानीय लोगो को काफी सुविधाएं मिलने लगी।
नौगढ़ के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व समाजसेवी दीपक गुप्ता के अनुसार लगभग 20 से 30 वर्ष पहले यहां पर रोडवेज बसों का संचालन बहुत ही अच्छे से चलता था जिससे कि यहां के लोगों को सरकारी बस की सुविधाएं मिलती थी जिससे कि लोग बेफिक्र होकर दूरदराज इलाकों की यात्राएं करते थे
नहीं है रोडवेज बस स्टैंड
नौगढ़ के स्थानीय क्षेत्र में रोडवेज बस स्टैंड हेतु कोई भी सुविधा नहीं है । जिस की वजह से बेतरकीब तरीके से रोड पर चलने वाली अन्य गाड़ियां को सड़क के किनारे खड़ी कर दी जाती थी,ठीक वैसे ही रोडवेज जो की नाम मात्र का संचालन होता है सड़कों पर खड़ी होती हैं
जनपद - चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, आदि जनपदों हेतु लोगों द्वारा डग्गामार वाहनों का प्रयोग किया जाता है तथा काफी दिक्कतों का सामना उठाना पड़ता है वही दीपक गुप्ता ने कहा कि अगर सरकारी रोडवेज की सेवाएं सुचारू रूप से नौगढ़ को मिलने लगे तो यहां के लोगों को काफी सहूलियत मिलती।
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