यूपी में सर्दी का सितम:कोहरा और गलन से जनजीवन बेहाल,मौसम विज्ञानियों ने कहा- नए रिकॉर्ड बनाएगी ठंड - Media Times

Breaking News

 नमस्कार   मीडिया टाइम्स में आपका स्वागत है Media Times

ad

 


Tuesday, January 3, 2023

यूपी में सर्दी का सितम:कोहरा और गलन से जनजीवन बेहाल,मौसम विज्ञानियों ने कहा- नए रिकॉर्ड बनाएगी ठंड

 


लखनऊ(मीडिया टाइम्स)। उत्तर प्रदेश में पारा लगातार नीचे लुढ़क रहा है। सोमवार रात से मंगलवार की सुबह तक यूपी में पारा 3.6 डिग्री तक पहुंच गया।मौसम विभाग द्वारा ठंड और बढ़ने व यूपी के अन्य जिलों में पारा गिरने और कोहरा बढ़ने का आसार जताया गया हैं।जनवरी के तीसरे सप्ताह में बूंदाबांदी की भी संभावना हैं।मौसम विभाग के सुबह साढ़े आठ बजे के ऑब्जरवेशन के अनुसार कानपुर में न्यूनतम पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। अयोध्या में 5.5,बाराबंकी में 6.6 डिग्री रहा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नजीबाबाद में 4 डिग्री और मुजफ्फरनगर में 5.2 डिग्री रहा।मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार सर्दियां लंबी तो नहीं, लेकिन रिकॉर्ड तोड़ने वाली जरूर हो सकती हैं। 



सेवानिवृत्त वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचआर रंजन के अनुसार कानपुर और नजीबाबाद सबसे अधिक शीतलहर की चपेट में  हैं।हमीरपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ आदि शहरों में ठंड ने लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। लखनऊ में न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री तक पहुंचा।



एचआर रंजन के अनुसार मंगलवार से दो दिन और कोल्ड डे कंडीशन सक्रिय रहेगी।दिन में ठंड रहेगी। इसके बाद पांच से सात जनवरी तक सूखी ठंड रहेगी,जो चुभने वाली हो सकती है। 8 से 12 जनवरी के बीच न्यूनतम पारा लुढ़ककर तीन से चार डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। 20 से 22 जनवरी के आसपास आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है और बूंदाबांदी भी हो सकती है।इसके बाद तापमान फिर सामान्य की ओर बढ़ेगा और ठंड कम होगी।अचानक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता फरवरी के पहले हफ्ते में बूंदाबांदी करवा सकती है।



इस सीजन में तीन बार बूंदाबांदी होने की संभावना हैं। तापमान तीन डिग्री तक आया तो साल 2014 का रिकॉर्ड टूटेगा।साल 2014 में आठ जनवरी को पारा इतना ही रहा था। बीते वर्षों में जनवरी में पारे की बात की जाए तो साल 2017 में न्यूनतम पारा .1 डिग्री तक  आया था। साल 2019 में यह 5.3 डिग्री था। बीते साल 2022 में यह 4.5 डिग्री रहा था।बीते 12 सालों के ट्रेंड के अनुसार जनवरी के दूसरे पखवारे के आसपास अच्छी बारिश हुई है। साल 2021 में यह एक मिमी. ही रही, लेकिन साल 2020 में 39.2 मिमी. बारिश हुई थी। साल 2012 में तो 55.4 मिमी पानी गिर चुका है। 



वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक सीएम नौटियाल कहते हैं कि 72 साल बाद पहली बार लगातार तीन ला निनया हो रहे हैं। नतीजतन भारत में अधिक सर्दी हो रही है। अफगानिस्तान, ईरान और हिंदुकुश से होती हुई सर्द जेट स्ट्रीम भारत की ओर बढ़ेगी। सोमवार की शुरुआत भी कोहरे के साथ हुई। पूरे दिन राजधानी लखनऊ कोहरे की चादर से ढकी रही। बीच में कुछ देर के लिए धूप निकली पर यह बेअसर रही। इस दौरान दिन का तापमान सामान्य से 3.9 डिग्री लुढ़क कर 17 डिग्री दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा।




No comments:

Post a Comment

Post Top Ad