डीडीयू जंक्शन जीआरपी ने किया कमाल: 150 खोए मोबाइल किए बरामद, यात्रियों के चेहरे खिले
चंदौली:डीडीयू जंक्शन पर रेल यात्राओं के दौरान खोए गए मोबाइलों को खोजने में डीडीयू जंक्शन जीआरपी ने शानदार कामयाबी हासिल की। रविवार को जीआरपी ने 150 महंगे एंड्रॉयड मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को वापस सौंपे। मोबाइल मिलने की खुशी में यात्रियों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने जीआरपी टीम का माला पहनाकर भव्य स्वागत किया।
बरामद मोबाइलों की कुल कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है। यात्रियों ने अपनी गुमशुदगी की शिकायत जीआरपी में दर्ज कराई थी। इसके बाद जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सर्विलांस और अन्य तकनीकी साधनों का इस्तेमाल कर यह सफलता हासिल की।
मोबाइल बरामद करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह के अलावा उप निरीक्षक स्वतंत्र सिंह, उप निरीक्षक राधा मोहन , हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह और अनिल कुमार, कांस्टेबल राहुल यादव, रूपेश पांडेय, और अजीत यादव शामिल थे। इन जवानों ने कई जगहों पर छापेमारी और तकनीकी खोजबीन के बाद 150 मोबाइलों को सफलतापूर्वक बरामद किया।
रविवार को आयोजित एक समारोह में जब यात्रियों को उनके खोए हुए मोबाइल लौटाए गए, तो वे अपनी खुशी छिपा नहीं सके। मोबाइल पाकर यात्रियों ने जीआरपी का आभार जताते हुए कहा, "हमने सोचा था कि हमारा मोबाइल कभी नहीं मिलेगा, लेकिन जीआरपी ने हमारी उम्मीदों से बढ़कर काम किया।"
यात्रियों ने न केवल जीआरपी का धन्यवाद किया, बल्कि माला पहनाकर पुलिस टीम का स्वागत भी किया। इस मौके पर जीआरपी की कार्यशैली की जमकर तारीफ की गई।
प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया, "हमारी प्राथमिकता है कि यात्रियों को सुरक्षा और विश्वास का अनुभव हो। खोए हुए मोबाइल बरामद करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन हमारी टीम की मेहनत और तकनीकी सहायता से यह संभव हो पाया।"
इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया कि जब पुलिस और तकनीक साथ मिलकर काम करती है, तो कोई भी समस्या हल हो सकती है। यात्रियों के चेहरे पर लौटे हुए मुस्कान ने जीआरपी के इस प्रयास को और भी खास बना दिया।
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