छठ महापर्व के दौरान हादसा,परिवारजनों में छाया मातम, घाट पर नहाने में 6 लोग डूबे, तीन की मौत
रोहतास में छठ के दौरान घाट पर नहाने में तीन लोगों की डूब कर मौत होग गई. इस दुखद घटना से परिजनों में मातम का माहौल है और पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त है।
रोहतास में छठ महापर्व के दौरान हादसा, घाट पर नहाने में 6 लोग डूबे, तीन की मौत, रोहतास में छह लोग डूबे
रोहतास के तिलौथू थाना क्षेत्र में छठ पूजा महापर्व के दौरान गुरुवार को नहाने के क्रम में 4 लोग सोन नदी में डूब गए. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, जिनके शव निकाल लिए गए हैं, जबकि एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया है. अन्य 2 लोगों की तलाश स्थानीय गोताखोरों के जरिए की जा रही है।
नहाने के दौरान हुआ हादसा
घटना तिलौथू थाना क्षेत्र के तिलौथू में घटी. पथरा निवासी पिंटू यादव-35 वर्ष, सुखाडी यादव- पिता-वीरेंद्र यादव, बबलु कुमार 12 वर्ष और विकास यादव- पिता- विजय यादव, सोन नदी में डूब गए. सबसे पहले विकास यादव को घाट पर मौजूद भुलेंटियर और स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया और पीएचसी भेजा गया. विकास की स्थिति अब ठीक है और उसे बेहतर इलाज के लिए सासाराम के सदर हॉस्पिटल भेजा गया है।
इसके बाद पिंटू यादव को निकाला गया, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही थी।
पीएचसी के डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, पिंटू के भाई सुखाडी यादव और पुत्र बबलु कुमार की खोज अभी जारी है. इस हादसे ने वीरेंद्र यादव के परिवार को उजाड़ दिया है, क्योंकि उनके दो बेटे और एक पोता सब खत्म हो चुके हैं।
वहीं दूसरी घटना दिनारा थाना क्षेत्र के पिपरा निवासी रामजी सिंह के पुत्र आयुष कुमार (18 वर्ष) और दिनारा थाना क्षेत्र के तुर्की गांव के स्वर्गीय राकेश सिंह के पुत्र अभिषेक कुमार (22 वर्ष) भी नहाने के क्रम में डूब गए. अभिषेक अपनी मामा के घर आया था. भानस थाना क्षेत्र के बसडीह पुल के समीप चौसा नहर में भी डूबने से मौत हुई है. दोनों का शव निकल कर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिए गए है।
क्या है थाना अध्यक्ष का कहना?
तिलौथू थाना अध्यक्ष ने बताया कि सूचना मिलते ही दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय मदद से दो लोगों को निकाला गया, जिनमें एक की मृत्यु हो गई और एक की स्थिति गंभीर देखते हुए सासाराम सदर अस्पताल भेजा गया, दो लोगों की लापता होने की जानकारी भी दी गई है, जिनकी खोजबीन स्थानीय गोताखोरों की मदद से जारी है।
परिजनों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है और सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी और आगे की जांच की जाएगी।
इस घटना ने फिर से सवाल उठाए हैं कि क्यों हर साल छठ पूजा के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जाते, प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और पर्व की खुशियां गम में न बदले।
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