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Sunday, November 3, 2024

फर्जी इवेंट्स के बहाने अवैध वसूली जैसी गतिविधियों में लिप्त पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने किया सस्पेंड, विभाग में मची खलबली जाने क्या था और पूरा मामला

 फर्जी इवेंट्स के बहाने अवैध वसूली जैसी गतिविधियों में लिप्त पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने किया सस्पेंड, विभाग में मची खलबली जाने क्या था और पूरा मामला










डायल 112 के चार पुलिसकर्मियों ने पार्टी अटेंड करने के लिए फर्जी कॉल्स का सहारा लिया, सस्पेंड







मेरठ। 3 नवंबर 24.

मेरठ में डायल 112 के चार पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी से बचने के लिए एक बेहद चालाकी भरा तरीका अपनाया। इन पुलिसवालों ने फर्जी इवेंट्स जनरेट करने के लिए अपने जानने वालों से नकली कॉल्स कराई, जिससे वे पार्टी और अन्य व्यक्तिगत कामों में शामिल हो सकें।








 लेकिन यह चालबाजी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी। एसएसपी मेरठ, डॉ. विपिन ताडा ने बुधवार रात इन चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है, साथ ही मामला दर्ज कर लिया गया है।









फर्जी कॉल्स का खुलासा


डायल 112 पुलिसिंग सेवा का दुरुपयोग करने की गोपनीय सूचना जब अधिकारियों तक पहुंची, तो एसएसपी ने तुरंत एसपी ट्रैफिक, राघवेंद्र कुमार मिश्रा को जांच सौंप दी। 




रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मुख्य आरक्षी यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार और आरक्षी चालक राजन फर्जी कॉल्स का जाल बिछाकर ड्यूटी से बचने और अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।









कैसे हुआ खेल का पर्दाफाश?


जांच में सामने आया कि इन पुलिसकर्मियों ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों के नाम पर कई नंबर तैयार कर रखे थे। इन नंबरों से बार-बार शिकायतें दर्ज कराई जाती थीं, जिससे फर्जी इवेंट्स बनते थे। जांच में पाया गया कि इन कॉल्स की संख्या और पैटर्न असामान्य थे, जिससे उनकी साजिश का खुलासा हुआ।









एसएसपी का बयान


एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि कुछ पुलिसकर्मी खादर क्षेत्र में फर्जी इवेंट्स के बहाने अवैध वसूली जैसी गतिविधियों में लिप्त हैं। जांच में आरोप सही पाए गए। सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, और अब उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है।”










इस मामले ने डायल 112 सेवा की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।








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