स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से बगैर मानक के संचालित हो रहे हास्पीटल, बोर्ड पर डॉक्टरों का नाम लिखवाकर बगैर रजिस्टर्ड डॉक्टरों के किया जा रहा धड़ल्ले से मरीजों का इलाज - Media Times

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Saturday, August 5, 2023

स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से बगैर मानक के संचालित हो रहे हास्पीटल, बोर्ड पर डॉक्टरों का नाम लिखवाकर बगैर रजिस्टर्ड डॉक्टरों के किया जा रहा धड़ल्ले से मरीजों का इलाज

चकिया। चन्दौली प्रदेश सरकार द्वारा भले हॉस्पिटल को खोलने के लिए तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर एक मानक तय किया गया हो जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो जाए लेकिन चकिया क्षेत्र के इलाको मे इन दिनो बगैर मानक के लगातार क्लिनिक समेत हास्पिटल खोलकर देखे जा सकते जो की स्वास्थ्य बिभाग की मिलीभगत से हास्पिटल का धंधा तेजी से फल फुल रहा है और स्वास्थ्य विभाग कोई कार्यवाही नही कर रहा है, केवल जांच करके कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए ठंडे बस्ते में मामले को दबा दिया जा रहा है जिससे ग्रामीण अंचलों से आए हुए मरीजों से प्राइवेट अगर मानक के चलाए जा रहे हॉस्पिटल द्वारा मोटी रकम वसूल लिया जाता है और लापरवाही से धड़ल्ले से इलाज किया जा रहा है।



दरअसल पुरा मामला चकिया के शिकारगंज के समीप उंचहरा का है जहां सुत्रो के अनुसार बगैर मानक के तथा बगैर  चिकित्सक के मौजुद रहते हुए भी मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर प्रकाश पाली क्लिनिक के नाम से संचालित किया जा रहा है तथा मरीजों की जिंदगी से लगातार खेलवाड़ किया जा रहा है। सुत्रो के अनुसार मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर मे हास्पिटल मे जहां बडे बडे चिकित्सक के नाम का बोर्ड लगा दिया गया है तथा अप्रशिक्षित के द्वारा नवजात बच्चो का इलाज तक किया जाता है। हैरानी की बात यह है की बडे बडे चिकित्सकों के नाम का बोर्ड लगने के बाद भी मौके पर कोई भी चिकित्सक मौजुद नही रहता है, लेकिन आसपास के आने वाले ग्रामीणों का नवजात बच्चे का धडल्ले से इलाज तक अप्रशिक्षित के हाथो से किया जाता है। हैरानी की बात यह है की लबे रोड पर बाकायदा बोर्ड लगाकर इलाज किया जाता है उसके बाद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी की नजर फर्जी तरह से चल रहे हास्पिटल स्वास्थ्य केंद्र पर नही जाती है, ये बडा सवाल है।


 

 सुत्रो की माने तो अवैध तरीका से चलने वाले स्वास्थ्य केंद्रों से बाकायदा बधी बंधाई मोटी रकम स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच जाती है जिससे फर्जी तरीक़े से स्वास्थ्य केंद्र चल रहे है।


 

वही अब देखना यह है कि खबर चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग कोई कार्यवाही करता है या जांच के नाम पर मामले को ठंडा बस्ते मे डाल देता है।



क्या कहते है साहब:- वही अवैध रुप से हास्पिटल चलाने को लेकर प्रभारी चिकित्साधिकारी विकास सिन्हा ने बताया की बगैर मानक के चल रहे क्लिनिक हास्पिटल पर जांच कर कार्यवाही होगी मरीजों के जिंदगी से खेलवाड़ बर्दाश्त नही किया जाएगा।

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