चकिया/चंदौली। (सिकन्दरपुर) भाद्रपद मास को भादो के नाम से भी जाना जाता है। ये माह भगवन कृष्ण और भगवान गणेश के पूजन के लिए विशेष तौर पर समर्पित होता है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की
चतुर्थी तिथि पर संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखने का विधान है। भादो मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत बुधवार को रखा गया। जहां महिलाएं व्रत रख भगवान श्री गणेश की पूजा की।पंडित अवधेश मिश्रा के अनुसार, हिंदू संस्कृति में किसी भी कार्य की सफलता के लिए सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। गणेश के पूजन से भक्तों को सुख, समृद्धि और यश प्राप्ति होती है। वह सभी संकट से दूर करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी का व्रत करने से या फिर इस दिन गणपति की पूजा-अर्चना करने से सभी बिगड़े कार्य बन जाते हैं। साथ ही भगवान गणेश संकटों को दूर करते हैं।
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