भ्रष्टाचार के आकंठ मे डुबा वन विभाग का राजपथ रेंज अवैध कमाई का जरिया बनी पौधरोपण के लिए निर्माण हो रहे ट्रीगार्ड
चकिया। चन्दौली वन विभाग के द्वारा वनो की सुरक्षा व पौधरोपण ट्रीगार्ड समेत विभिन्न धांधली की परते दिन पर दिन खुलती नजर आ रही है पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रदेश सरकार के द्वारा वृक्षारोपण के नाम पर भले ही करोड़ों रुपए खर्च कर करते हुए पौधारोपण करवाया जा रहा है तथा वन क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर सरकार के द्वारा बाकायदा वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है मगर प्रदेश सरकार की मंशा पर वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ही पलीता लगाते नजर आ रहे है। जिससे सरकारी पैसो का जमकर बंदरबांट हो रहा है और वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अवैध रुप से अपनी जेबे भरकर धनकुबेर बनते नजर आ रहे है।
दरअसल पुरा मामला राजपथ रेंज का है जहां वन विभाग के द्वारा पौधरोपण के लिए वृक्षारोपण किये गये पेडो की सुरक्षा को लेकर कई जगह जैसे चकिया-अहरौरा मार्ग, चकिया-नौगढ़ मार्ग, भभौरा नाका, हेतिमपुर के समीप पौधरोपण के लिए ट्रीगार्ड का निर्माण कराया जा रहा है।
वही वन विभाग के राजपथ रेंज के अधिकारियों द्वारा अवैध कमाई का खेल पौधरोपण से ही शुरू हो जाता है जहां ट्रीगार्ड निर्माण मे दोयम दर्ज के ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। वही सिमेंट बालु के मानक मे भी जमकर धज्जियां उडाई जा रही है तथा मानक विहीन ट्रीगार्ड निर्माण होने से एक तरफ ट्रीगार्ड बनाया जा रहा है जो कुछ दिन पर ही ट्रीगार्ड टुटकर बिखर जा रहा है जिससे ट्रीगार्ड निस्प्रयोजित घोषित हो जा रही है।
मुद्दे की बात यह है कि ट्रीगार्ड निर्माण में जो बालू का प्रयोग किया जा रहा है वह क्षेत्रीय नदी के घटिया बालू का उपयोग किया जा रहा है। ऐसा नही है की वन विभाग के अधिकारी वन विभाग के अवैध धांधली की जानकारी नही है कुछ अधिकारी आपस मे गठजोड़ कर सरकारी पैसो का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार को बढावा दे रहे है, और अपना जेब गर्म करने के चक्कर में पड़े हुए हैं।
आपको बताते चले की सुत्रो के अनुसार पूर्व वर्ष के पौधरोपण के खर्च तथा ट्रीगार्ड निर्माण के धांधली की सोशल आडिट कराई जाए तो वन विभाग के कई जिम्मेदारो पर कार्यवाही होगी तथा ट्रीगार्ड निर्माण मे बडे पैमाने पर धांधली की गयी है। अब देखना है ट्रीगार्ड के निर्माण मे धांधली को लेकर वन विभाग के अधिकारी कार्यवाही न करते हुए चुप्पी साधे हुए हैं।
क्या कहते है जिम्मेदार:- वही ट्रीगार्ड निर्माण मे धांधली की जानकारी मिलने पर डीएफओ राघवेंद्र मिश्रा ने बताया की मौके पर ट्रीगार्ड के मानक की जांच करवाता हूँ मौके पर क्या लगाया जा रहा है, फिर उसके बाद यदि गलत पाया गया तो निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
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