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Monday, November 6, 2023

चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं आ रहा रास, जर्जत हुआ सरकारी आवास

चंदौली ( मीडिया टाइम्स )। शिकारगंज क्षेत्र नवीन स्वास्थ्य केंद्र (मुड़हूआ  दक्षिणी) शिकारगंज सरकार की ओर से भले ही ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा हो।



 लेकिन चिकित्सा विभाग की लापरवाही सिर चढ़कर बोल रही है। कहीं चिकित्सक समय से नहीं पहुंच रहे तो कहीं स्वास्थ्य कर्मियों को सरकारी आवास ही रास नहीं आ रहा है। 

यहां बात कर रहे हैं स्थानीय कस्बा से सटे मड़हुआं दक्षिणी स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिकारगंज की। लाखों रुपये खर्च कर केंद्र की स्थापना के साथ चिकित्सकों के लिए आवास का निर्माण तो करा दिया गया।



 लेकिन आज तक कोई चिकित्सक इन आवासों में ठहरा ही नहीं।

 ऐसे में आवास दिन प्रतिदिन खंडहर का रूप लेते जा रहे हैं।

इतना ही नहीं नवीन स्वास्थ्य केंद्र परिसर के अंदर जी जंतु का भी जमावड़ा शुरू हो गया है आए दिन मरीज को कभी बिच्छू, सर्फ नजर आ रहे हैं

यह चिंता का विषय बना हुआ।


शासन की मंशा रही कि केंद्र के साथ चिकित्सकों के ठहरने के लिए आवास का निर्माण करा दिया जाएगा तो यहां बराबर उनकी उपस्थिति बनी रहेगी।

 इससे आस-पास के गांव के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल पाएगा, लेकिन विंडबना कि जब चिकित्सक ही नहीं रहेंगे तो दवा इलाज की बात करना बेमानी है।



 केंद्र से क्षेत्र के दर्जनों गांव जुड़े हैं। इस पहाड़ी इलाके से जिला संयुक्त चिकित्सालय चकिया की दूरी लगभग 10 किमी है। कई गांवों के ग्रामीण तो 15 से 20 किमी की दूरी तय कर चकिया पहुंचते हैं। ऐसे में चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के यहां निवास नहीं करने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

 कस्बे में दो बजे के बाद आमजन को दवा इलाज के लिए भटकना पड़ता है।


इतना ही नहीं खंडहर के साथ-साथ झार  झांझर व गंदगी का भी अंबार लगा हुआ है

नवीन स्वास्थ्य केंद्र में परिसर के अंदर एक सरकारी हैंडपंप है तो जरूर पर शो पीस बना हुआ है

इतना ही नहीं विश्वसनीय लोगों से पता चला है डॉक्टर एवं नर्स स्टाफ कर्मचारी अपने पीने के लिए खुद के घर से पानी ले जाते हैं मरीज को पानी पीने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है

वह शौचालय की दैनिक स्थिति खराब टंकी में पानी नदारत है मैरिज इमरजेंसी हालात में कहा जाएगा सरकार द्वारा स्वच्छता की अभियान चलाया जा रहा है।

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