चकिया ( मीडिया टाइम्स )। केंद्र सरकार आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और नजर आ रही है।
मामला चकिया के सरैया बसाढी राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय का है। यहां ना तो मरीजों के लिए दवा उपलब्ध है और ना इलाज के लिए डॉक्टर मौजूद मिलते है।
सूत्रों के अनुसार डॉक्टर श्यामसुंदर निरज ओपीडी के समय दवा मोबाईल के जरिये करते है मरीजों का उपचार।
ओपीडी जाने वाले मरीज निराश होकर लौट जाते हैं कभी-कभी अगर डॉक्टर नहीं मिलते हैं तो वहां पर मरीज के इलाज के लिए फोन से वार्ता करके दवाइयां दी जाती हैं।
अगर राजकीय आयुर्वेद चिकित्सा डॉक्टर और स्टॉप का यही रवैया रहा है तो मरीजों की जिंदगी से कभी भी हो सकता है बड़ा खिलवाड़।
कभी-कभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी देते हैं दवा।
जब इस सम्बन्ध में जिम्मेदार अधिकारी से बात की गयी तो बोले जाँच कर कार्यवाही की जायगी।
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