मोटी रकम कमाने के लिए कोटेदारों पर साधा निशाना, कोटा निरस्त करने की धमकी देकर बाबू साहब लिस्ट से करते हैं अवैध वसूली
भ्रष्टाचार की आकंठ मे डुबा आपुर्ती कार्यालय चकिया- राजेश गुप्ता निलंबित कोटेदार लठौरा
चकिया। चन्दौली एक तरफ प्रदेश सरकार के द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार जनपद के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके वही दुसरी तरफ प्रदेश सरकार के आदेश को तांख पर रखकर कुछ अधिकारी सरकार की प्रमुख योजनाओं मे भ्रष्टाचार को बढावा देते नजर आ रहे है।
जिससे सरकार की साख पर बट्टा लगता नजर आ रहा है और अधिकारी अवैध कमाई करते हुए धनकुबेर होते नजर आ रहे है।
आपको बता दे की चकिया क्षेत्र के तमाम कोटेदारों ने अपने दबी आवाज में चकिया आपूर्ति कार्यालय के बड़े बाबू के कारनामों को बताते हैं लेकिन बड़े बाबू के कोटा निरस्त करने के दर से अपनी आवाज बुलंद नहीं कर पाते हैं।
दरअसल पुरा मामला चकिया स्थित आपुर्ती कार्यालय का है जहां आपुर्ती कार्यालय चकिया इन दिनो बडे बाबु एवं जिम्मेदार अधिकारियों के लिए अवैध कमाई का प्रमुख जरीया बन गया है।
आपको बताते चले की चकिया ब्लाक लठौरा के निलंबित कोटेदार राजेश गुप्ता ने आपुर्ती कार्यालय के बडे बाबु के उपर सभी गांवों के कोटेदारो से 20 रुपये प्रति कुंटल की अवैध वसूली का आरोप लगाया गया है। वही लठौरा के निलंबित कोटेदार राजेश गुप्ता ने बताया की आपुर्ती कार्यालय के बडे बाबु के द्वारा कुछ माह पुर्व लठौरा मे कोटा की दुकान मे कमीशन को लेकर उपजे बिरोध करने पर हमारी कोटा को जांच करते हुए निरस्त कर दिया गया था तथा आरोप लगाते हुए बताया की आपुर्ती विभाग चकिया के बडे बाबु के द्वारा बाकायदा सभी कोटेदारो का नाम नंबर समेत बाकायदा लिस्ट बनवाया गया है जिसमे सभी कोटेदारो से गांव के राशन के हिसाब से वसूली होती है जो की नियमानुसार सरासर गलत है और जो भी कोटेदार अवैध वसूली को लेकर विरोध करता है उसके कोटे का जांच के नाम पर परेशान किया जाता है।
बडा सवाल यह है कि आपुर्ती कार्यालय चकिया मे लंबे समय से जमे बडे बाबु के उपर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद भी राजनीतिक पहुंच के कारण कोई कार्यवाही नही हो रही है और अवैध वसूली का खेल जारी है और आपुर्ती विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी बडे बाबु के इसारे पर ही कार्य करते नजर आ रहे है।
अवैध वसूली को लेकर कोटेदारो मे कोटा निरस्त होने का भय दिखाई दे रहा है वही अगर कोटेदारो से अवैध वसूली को लेकर जनपद के अधिकारियों से निस्पक्ष जांच कराई जांए तो आपुर्ती कार्यालय के बडे बाबु समेत जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही होगी।
क्या कहते है जिम्मेदार वही निलंबित कोटेदार के द्वारा आपुर्ती कार्यालय के उपर 20 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अवैध वसूली की जानकारी होते ही उपजिलाधिकारी चकिया कुंदन राजकपुर ने जांच कराने का आश्वासन दिया है।
इस भ्रष्टाचार खबर का ऑपरेशन लगातार जारी,जल्द ही खुलेंगे और बड़े राज.............
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