चंदौली। जनपद के सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद आईजी एसके भगत बुधवार को पीड़िता के घर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने व परिवार के सदस्यों को सुरक्षा और सहयोग का आश्वासन दिया। वहीं कोतवाली पुलिस ने घटना में नामजद दोनों आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव के मजदूर परिवार की 15 वर्षीय किशोरी विगत चार अप्रैल को चार बजे भोर में सिवान में गई थी। इसी बीच गांव के ही दो युवक किशोरी का मुंह दबाकर जबरन उठा ले गए और दुराचार किया।
किशोरी का आरोप है कि करीब आठ घंटे के बाद वे किशोरी को एक पुलिया के पास छोड़कर फरार हो गए। घर न पहुंचने पर पीड़ित किशोरी के परिवार के लोग उसे खोजते हुए पुलिया के पास पहुंचे तो बेटी की हालत देख परेशान हो गए। किशोरी ने परिजनों से आपबीती बताई तो मां और भाई उसे लेकर कोतवाली पहुंचे। परिजनों का कहना है कि कोतवाली पुलिस ने घटना के प्रति गंभीरता दिखाने की बजाए पीड़ित को तहरीर लिखकर लाने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया। घर आने के बाद किशोरी अचेत हुई तो परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत में सुधार न देख डाक्टरों ने किशोरी को वाराणसी रेफर कर दिया। परिजनों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसे विषाक्त पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया है।
हालांकि दोषी परिवार के लोग घटना को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। वहीं घटना के तीसरे दिन मंगलवार को पिता के कोतवाली पहुंचने पर शाम पांच बजे मुकदमा दर्ज किया गया। घटना को लेकर एसपी ने मंगलवार की देर रात पीड़िता के परिजनों से जानकारी ली। इसके बाद बुधवार को आईजी पीड़िता के परिवार से मिले व हरसंभव सहयोग और सुरक्षा का भरोसा दिया। इस मौके पर एएसपी दयाराम, सीओ श्रुति गुप्ता, कोतवाल अवनीश कुमार राय भी मौजूद रहे। पीड़ित परिवार की ओर से मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक उपचार के दौरान पीड़िता के शरीर में विषाक्त पदार्थ मिलने पर मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। मामले की जांच की जा रही है। - अमित कुमार, एसपी, चंदौली।
किशोरी का आरोप है कि करीब आठ घंटे के बाद वे किशोरी को एक पुलिया के पास छोड़कर फरार हो गए। घर न पहुंचने पर पीड़ित किशोरी के परिवार के लोग उसे खोजते हुए पुलिया के पास पहुंचे तो बेटी की हालत देख परेशान हो गए। किशोरी ने परिजनों से आपबीती बताई तो मां और भाई उसे लेकर कोतवाली पहुंचे। परिजनों का कहना है कि कोतवाली पुलिस ने घटना के प्रति गंभीरता दिखाने की बजाए पीड़ित को तहरीर लिखकर लाने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया। घर आने के बाद किशोरी अचेत हुई तो परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत में सुधार न देख डाक्टरों ने किशोरी को वाराणसी रेफर कर दिया। परिजनों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसे विषाक्त पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया है।
हालांकि दोषी परिवार के लोग घटना को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। वहीं घटना के तीसरे दिन मंगलवार को पिता के कोतवाली पहुंचने पर शाम पांच बजे मुकदमा दर्ज किया गया। घटना को लेकर एसपी ने मंगलवार की देर रात पीड़िता के परिजनों से जानकारी ली। इसके बाद बुधवार को आईजी पीड़िता के परिवार से मिले व हरसंभव सहयोग और सुरक्षा का भरोसा दिया। इस मौके पर एएसपी दयाराम, सीओ श्रुति गुप्ता, कोतवाल अवनीश कुमार राय भी मौजूद रहे। पीड़ित परिवार की ओर से मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक उपचार के दौरान पीड़िता के शरीर में विषाक्त पदार्थ मिलने पर मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। मामले की जांच की जा रही है। - अमित कुमार, एसपी, चंदौली।
No comments:
Post a Comment