सभी तालों की चाभी है जाति आधारित जनगणना-मनीष शर्मा
चकिया/चन्दौली। जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर सोमवार को देरशाम नगर स्थित बुद्धा कॉम्प्लेक्स में जातिगत जनगणना संयुक्त मोर्चा चन्दौली के तत्वावधान में अधिवक्ता वशिष्ट नारायण सिंह की अध्यक्षता में बैठक की गई।जिसमें क्षेत्र के बुद्धिजीवी,जागरूक, सामाजिक न्याय के पक्षकार लोग उपस्थिति हुए।बैठक में बोलते हुए जाति जनगणना संयुक मोर्चा के नेता मनीष शर्मा ने कहा कि जाति की जनगणना बहुत बड़ा सवाल है।आजादी के बाद तमाम विचार धारा की सरकार आयी लेकिन किसी ने इस पर गम्भीरता से नहीं सोचा।उन्होंने कहा कि यह केवल ओबीसी जनगणना का सवाल नहीं है यह 70 प्रतिशत आबादी को न्याय से वंचित करने का मामला है।उन्होंने कहा की बिना जाति जनगणना के ओबीसी बिल बहुत खतरनाक है।उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना सभी तालों की चाभी है।पूर्वांचल बहुजन मोर्चा के संयोजक अनूप श्रमिक ने कहा कि जब जनगणना होगा तभी ओबीसी में मौजूद लोगों के वजूद का रहस्य खुलेगा।ओबीसी में पुरुषों और महिलाओं की साक्षरता दर कितनी है।लिंगानुपात कितना है।शिक्षा कितने लोगों तक पहुंच पायी है।ओबीसी में कौन स्कूल और स्नातक की पढ़ाई पूरा कर पा रहा है यह जाति जनगणना से स्पष्ट हो जाएगा।बैठक की अध्यक्षता कर रहे वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जब तक ओबीसी की जनगणना नहीं होती है तब तक ओबीसी के हित के लिए किसी भी तरह की योजना सरकार नहीं बना पाएगी और न ही इन पिछड़ी जातियों का कभी भला हो पाएगा।इस दौरान निर्णय लिया गया कि जिले भर में बैठक कर जाति आधारित जनगणना कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।बैठक में मुख्य रूप से बदरूद्वजा प्रधान,इंद्रजीत सिंह,महमूद आलम,जफीर अहमद पूर्व प्रधान,सतीश चौहान प्रधान प्रतिनिधि,विकास यादव,देवेंद्र मौर्य,दुर्गा विश्वकर्मा,विनोद सिंह, मिथिलेश,रमेश मौर्य,नीलम पाल,अंजुमन,लालबिहारी शास्त्री,आदि उपस्थित थे।बैठक का संचालन रतीश कुमार ने किया।
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