सरकार है पस्त मोटी रकम छापने में जिम्मेदार है मस्त इसके पहले भी सुर्खियों में आ चुके है यहाँ के कर्मचारी
चकिया(मीडिया टाइम्स)। तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया चकिया में आधार कार्ड बनाने के नाम पर मोटी रकम की वसूली की जा रही है, वही रुपए ना देने पर दस्तावेज में टालमटोल और सर्वर खराब है कहकरके कर्मचारी द्वारा आधार कार्ड बनाने से मना कर देते हैं। जिससे पूरे भारत में जरूरी जैसे दस्तावेज आधार कार्ड से लोग वंचित हो करके दर-दर भटक रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत सरकार के द्वारा निर्धारित किया गया है कि नया आधार बनाने का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा वही नया आधार कार्ड बनाने का ऑपरेटर के द्वारा शुल्क लिया जा रहा है।
सूत्रों की माने तो पैसा लेने को लेकर आधार कार्ड बनवाने वाले लोगों में रोष व्याप्त है वही उनके द्वारा बताया गया कि जब हमने नया आधार कार्ड बनवाया तो हमसे जबरदस्ती ₹100 की वसूली की गई वही पूछने पर ऑपरेटर के द्वारा बताया जा रहा है कि नया आधार कार्ड बनाने का पैसा लगता है।
दरअसल विशेष बात यह है कि आधार कार्ड नया बनाने का कार्य चकिया में केवल एक-दो ही जगह पर नियमित रूप से बन रहे हैं जिसके मजबूरी का फायदा उठाकर ऑपरेटर और कुछ कर्मचारी जेब भरने में लगे हैं और शासन की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
वही शासन के द्वारा आधार कार्ड की अनिवार्यता के कारण नया आधार कार्ड निशुल्क व संशोधन का मामूली शुल्क तय किया गया है उसके बाद भी आधार कार्ड बनाने के कार्य में लगे कर्मचारियों द्वारा अनजान लोगों से और छात्र-छात्राओं से मोटी रकम वसूल कर आधार बनाया जा रहा है।
सूत्रों की माने तो हद तब हो जाता है जब आधार कार्ड के बारे में कुछ लोगों को जानकारी होता है और नया आधार कार्ड बनवाने के लिए ऑपरेटर के पास पहुंचता है और बात करता है तो धन उगाही के चक्कर में उसे टालमटोल करते हुए घंटो इंतजार करना पड़ता है, और सर्वर खराब होने की बात बता कर वापस लौटा दिया जाता है।
वही अब देखना यह है कि मामले का उजागर होने के बाद संबंधित अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।
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