चहनियां/चंदौली। बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर गंगा दशहरा के अवसर पर मंगलवार को हजारो शृद्धालुओ ने आस्था की डुबकी लगायी। स्नान के पश्चात भिक्षुओं को दान दिया। स्नान दान का सिलसिला भोर से ही चालू रहा । महात्म्य की दृष्टि से गंगा दशहरा का बहुत बड़ा महत्व है।
बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर गंगा दशहरा के अवसर पर हजारो शृद्धालुओ ने आस्था की डुबकी लगायी । स्नान दान का सिलसिला भोर से शुरू रहा। पुराणों के अनुसार गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। आज ही के दिन राजा भगीरथ के कठोर तपस्या के बाद गंगा का अवतरण धरती पर हुआ है । इसलिए यह महापुण्यकारी पर्व माना जाता है । गंगा दशहरा के दिन सभी मंदिरों में लोग पूजन अर्चन किये। वही मोक्षदायिनी मां गंगा का पूजन अर्चन किया। गंगा दशहरा के दिन दान पुण्डय का विशेष महत्व है। गंगा स्नान ,पूजन अर्चन के बाद भिक्षुओं को दान पुण्डय करते है। गंगा दशहरा का स्नान व ब्रत भगवान विष्णु को खुश करने के लिए भी किया जाता है । इन्ही परम्पराओ का निर्वहन करते हुए हजारो शृद्धालुओ ने बलुआ स्थित गंगा तट पर किया । भीड़ को देखते हुए पुलिस घाट पर मौजूद रही।
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