नौगढ़। तहसील नौगढ़ में रुक-रुककर हो रही बारिश अचानक सुबह तेज हो गई। जिसके चलते गरज के साथ गिरी आकाशीय बिजली से दो गांवों के तीन मवेशियों की मौत हो गई है, जबकि छह लोग झुलस गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि चरवाहे बाल-बाल बच गए। अन्यथा स्थिति और भी भयंकर हो सकती थी। जबकि अभी तक किसी भी जिम्मेदार
अधिकारी ने घटनास्थल की जांच या मरे हुए मवेशियों का पोस्टमार्टम नहीं कराया है। रविवार को सुबह गरज चमक के साथ बारिश हो रही थी।
इसी बीच चकरघटृटा थाना क्षेत्र के जमसोत गांव में अमरनाथ की पत्नी संगीता (26) घर के आंगन में झाड़ू लगा रही थी, बिजली की चपेट में आने से झुलस गई। उसका दाहिना हाथ सुन्न हो गया। परिवार के लोगों ने 108 एंबुलेंस से लादकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया। ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार ने बताया कि संगीता की हालत सामान्य है। इसी गांव के शोभनाथ यादव घर के बाहर मवेशियों को चरने हेतु छोड़ दिया था। तेज गरज के साथ बिजली जब कड़की तो वह घर के बाहर आए, इस दौरान बिजली गिरने से वह तो बच गए लेकिन दोनो भैंसों की मौत हो गई। जिससे उनका रो-रोकर बुरा हाल है। थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव के करियवानार टोला में बिजली गिरी तो खरपत्तू की बछिया ने दम तोड़ दिया, आसपास के कई घरों में कंपन हो गया। इससे गायत्री (19) पुत्री कमला, संगीता (28) पत्नी मनोज, मनोज (30 पुत्र गुलाब, सुधांशु (1) पुत्र अर्जुन समेत 5 लोग उसकी चपेट में आ गए। इस घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। सभी को गांव के लोगों ने एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया, जहां इनका इलाज चल रहा है। इस सम्बंध में तहसीलदार सुरेश चंद्र ने बताया कि मामले की जानकारी हुई है और मवेशियों का पोस्टमार्टम कराने के बाद जो भी सरकारी अनुदान दिया जाता है नियमानुसार दिलाने की कोशिश की जाएगी।
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