चकिया। चन्दौली एक तरफ नदियों के अस्तित्व को बचाने को लेकर शासन पुर्ण रुप से गंभीर तथा नदियों के अस्तित्व को बचाने को लेकर निर्देश दिया गया है तथा अवैध रुप से चालु हो रहे बालु खनन पर रोक लगाने को लेकर वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी साख पर बट्टा लगाने से बाज नही आ रहे है और खुलेआम अवैध रुप से नदियों से बालु खनन करवाने का कार्य धड़ल्ले से करवा रहे है।
सुत्रो के अनुसार कर्मनाशा नदी मे आये दिन अवैध बालु खनन का कार्य करवाने को लेकर वन विभाग के अधिकारी मोटी रकम वसुली कर खुलेआम नदियों से अवैध बालु खनन का कार्य करवा रहे जिससे नदियों का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है और वन विभाग के अधिकारी अपनी जेब गर्म करने मे लगे हुए है और वन विभाग के अधिकारियों की विभिन्न तरह से हो रहे अवैध खनन को लेकर जमकर किरकीरी हो रही है।
दरअसल पुरा मामला चकिया रेंज के लतीफशाह कर्मनाशा नदी का है जहां उपजिलाधिकारी चकिया को अवैध खनन बालू की सुचना मिली की अवैध रुप से नदियों से बालु खनन का कार्य किया जा रहा है अवैध खनन की सुचना पर उपजिलाधिकारी के निर्देश पर मौके पर पहुंची टीम ने अवैध रुप से खनन कर बालु सहित लदे ट्रैक्टर को लतीफशाह के पास पकड़ कर ट्रैक्टर लदे बालु को जब्त कर लिया।
वहीं उप जिला अधिकारी चकिया से जब इस बाबत पर बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमें सूचना मिली है कि लतीफ शाह के पास अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है मैंने तुरंत अपने लेखपाल सहित टीम को मौके पर भेजा जहां पर ट्रैक्टर लदी बालू मिला वही टीम के द्वारा चालक से कागजात मांगे गए तो कोई जवाब नहीं दिया और मौके से फरार हो गया तब हमारे टीम द्वारा अवैध रूप से लदे ट्रैक्टर पर बालू सहित को चकिया कोतवाली के रामपुर चौकी मे सुपुर्द करवा दी गई।
वही सूत्रों की माने तो दुसरी तरफ वन विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा बालु लदे ट्रैक्टर को छोडवाने के लिए अपने निजी कार्य का हवाला देकर ट्रैक्टर को छोडवाने को लेकर तहसील का चक्कर लगाते रहे लेकिन तहसील प्रशासन की कडाई से बैरंग वापस लौटने मे ही अपनी भलाई समझी।
वीडियो खबर आगे क्रमशः.................
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