चकिया। चन्दौली प्रदेश सरकार के द्वारा जनता की समस्याओं के निस्तारण को लेकर भले ही आनलाइन शिकायत दर्ज कराने उनके निस्तारण को लेकर अधिकारियों को लेकर निर्देश दिया गया है, जिससे जनता की समस्याओं का निस्तारण हो सके। मगर जमीनी स्तर पर अधिकारी आइ.जी.आर.एस पोर्टल की शिकायतों को भी फर्जी तरह से निस्तारण दिखा दे रहे है जी हां आपको बताते चलें कि अभी हाल ही में शिकारगंज क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तमाम पहाड़ियों पर अवैध खनन का कार्य अधिकारियों और खनन अभिकर्ताओं के मिलीभगत से धड़ल्ले से की जा रही थी जिसकी शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की गई थी जिसका निस्तारण अधिकारियों द्वारा फर्जी तरीके से कर दिया गया जिससे फरियादियों मे रोष व्याप्त है।
दरअसल पुरा मामला चंन्द्रप्रभा रेंज के शिकारगंज के पहाड़ी क्षेत्रों का है जहां वन विभाग की मिलीभगत से धडल्ले से अवैध खनन का खेल वन विभाग और अवैध खननकर्ता के बीच सांठगाठ से चल रहा था जिसकी शिकायत समाजसेवी के द्वारा अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर जनसुनवाई पोर्टल पर आनलाइन शिकायत दर्ज कराई गयी थी लेकिन वन विभाग अवैध खनन पर रोक तो नही लगा पाई। लेकिन शिकायतकर्ता की शिकायत को फर्जी तरह से वन विभाग के अधिकारी निस्तारण कर दिये हैं, जिसको लेकर शिकायकर्ता ने बताया की वन विभाग के चंन्द्रप्रभा रेंज के शिकारगंज मे अवैध खनन को लेकर वन विभाग लापरवाह बना हुआ है और फर्जी तरह से अवैध खनन की शिकायत को निस्तारण दिखा रहा है जबकि शिकायकर्ता वन विभाग के जबाब से संतुष्ट नही है।
शिकायकर्ता के द्वारा फर्जी निस्तारण दिखाने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत करते हुए फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेगा।
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