लखनऊ ( मीडिया टाइम्स )। यूपी पुलिस में सिपाही के 60,244 पदों पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए 50 लाख से अधिक युवाओं ने आवेदन किया है।
इसके साथ ही सबसे बड़ी संख्या में होने वाली सिपाही भर्ती में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या ने भी इतिहास रच दिया है। खास बात यह है कि सिपाही बनने के लिए 15 लाख महिलाओं ने आवेदन किए हैं। आरक्षण के मुताबिक करीब 12 हजार महिलाओं को सिपाही बनने का मौका मिलेगा।
उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा ने बताया कि मंगलवार रात 12 बजे सिपाही भर्ती के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विंडो को लॉक कर दिया गया। अब 20 जनवरी तक शुल्क समायोजन एवं आवेदन में संशोधन किया जा सकता है। विंडो लॉक करते वक्त 50,14,924 अभ्यर्थी आवेदन कर चुके थे।
दो-तीन से पाली में परीक्षा संभव
बोर्ड ने इस भर्ती में करीब 32 लाख आवेदन की संभावना जताई थी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में 18 फरवरी को प्रस्तावित लिखित परीक्षा के लिए 6500 से अधिक केंद्र बनाने की तैयारी की गई थी। अब 50 लाख से अधिक आवेदन के बाद दो से तीन पालियों में परीक्षा की योजना बनाई जा रही है।
एक पद के 83 उम्मीदवार
सिपाही के एक पद के लिए करीब 83 दावेदार हो चुके हैं। आवेदन करने वालों में करीब 35 लाख पुरुष व 15 लाख महिलाएं हैं। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं ने पुलिस का हिस्सा बनने के लिए आवेदन किया है। इस भर्ती के बाद यूपी पुलिस सबसे ज्यादा महिला कर्मियों वाला पुलिस बल बन जाएगा। महिला सिपाही के एक पद के लिए 125 दावेदार हैं।
सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा बनेगी प्रशासन के लिए चुनौती
सिपाही भर्ती के लिए 50 लाख आवेदन आने के बाद आगामी 18 फरवरी को लिखित परीक्षा कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। दरअसल, तमाम अभ्यर्थियों के साथ उनके परिजन भी परीक्षा देने के लिए दूसरे जिलों में जाएंगे। इस दौरान परिवहन से लेकर यातायात तक के पुख्ता इंतजाम करने होंगे। वहीं परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था में भी बड़े बदलाव करने होंगे।
बता दें कि सिपाही भर्ती के लिए आवेदन करने की समय सीमा समाप्त होने के बाद उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड का सारा ध्यान अब परीक्षा कराने पर केंद्रित हो गया है। भर्ती बोर्ड ने करीब 31 लाख आवेदन आने की संभावना के दृष्टिगत परीक्षा की तैयारियां की थी। इसके लिए प्रदेश में करीब 6500 परीक्षा केंद्र बनाने की कवायद की जा रही थी।
बोर्ड द्वारा जोन में 4844 तो कमिश्नरेट में 1640 परीक्षा केंद्र प्रस्तावित किए गए थे। सबसे ज्यादा 832 परीक्षा केंद्र लखनऊ में बनाए गए हैं। अब इन केंद्रों में दो से तीन पाली में परीक्षा आयोजित करने पर गहन मंथन हो रहा है क्योंकि सभी 50 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा एक-साथ कराना मुमकिन नहीं है। भर्ती बोर्ड इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के परीक्षा में शामिल होने के दृष्टिगत रेलवे और रोडवेज से भी अतिरिक्त इंतजाम करने का अनुरोध करने की तैयारी में है।
सॉल्वर गैंग पर रहेगी पैनी नजर
भर्ती बोर्ड परीक्षा में सेंध लगाने का प्रयास करने वाले सॉल्वर गैंग पर भी पैनी नजर रखेगा। इसके लिए एसटीएफ और जिलों की पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही, चिन्हित सॉल्वर गैंग और नकल माफिया गिरोह पर भी परीक्षा से पहले सख्ती बरतते हुए अंकुश लगाया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा के दौरान संदिग्धों की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा भी लिया जाएगा। इलेक्ट्रानिक डिवाइस की मदद से नकल रोकने का पुख्ता बंदोबस्त भी होगा।
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