हरदोई। जिले के डीएम, एसएसपी, एसडीएम, कई सीओ, कई थानाध्यक्ष समेत 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी एससी/ एसटी एक्ट के मुकदमे में फंस गए हैं। बीती 17 मई को बसपा कार्यकर्ता मृतक रघुनंदन लाल के परिवार को सांत्वना देने बिलग्राम के गनीपुर गांव जाते वक्त भीम सेना के चीफ नवाब सतपाल तंवर को पुलिस द्वारा बलपूर्वक रोके जाने के मामले में जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी कानून के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं। सतपाल तंवर ने इस मामले पर कड़ा रुख अपना लिया है।
बिलग्राम थाना पुलिस ने भीमसेना के संस्थापक नवाब सतपाल तंवर समेत 150 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज करके तंवर को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेज दिया था। इस 25 मई तक थाने में उपस्थित नहीं होने पर गिरफ्तारी की धमकी दी थी।
लेकिन तंवर ने हरदोई पुलिस को मुंहतोड़ जबाव देते हुए बिलग्राम थाने में पुलिस और प्रशासन के ही अफसरों के खिलाफ तहरीर भेज दी है।
एससी/ एसटी एक्ट में नियमों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करनी ही पड़ेगी, जांच का काम बाद में होगा। इस मामले पर भीम सेना चीफ आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं। दी गई तहरीर में जिले के डीएम मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस कप्तान केशवा चंद गोस्वामी, एसडीएम संजीव ओझा, एसडीएम राहुल कश्यप, एसडीएम गरिमा सिंह, एएसपी नृपेंद्र, बिलग्राम थाना एसएचओ नारायण कुमार कुशवाहा, ताड़ियामा थाना एसएचओ अशोक कुमार सिंह, माधोगंज थाना इंस्पेक्टर ध्रुव कुमार, सीओ सतेंद्र सिंह, सीओ सुनील कुमार शर्मा, सीओ अंकित मिश्रा, सीओ भूपेन्द्र, आशीष, सांडी थाना एसएचओ छोटे लाल, मल्लावां थाना एसएचओ निर्भय कुमार सिंह, बिलग्राम थाना सिपाही अनिल यादव, देहात कोतवाली इंस्पेक्टर लखन लाल मिश्रा, बिलग्राम थाना सब इंस्पेक्टर गोपाल मणी मिश्रा, सुरेश कुमार वर्मा, धर्मेन्द्र यादव, राकेश फौजी, हरि श्याम, राम सुखारी, महिला थाना, देहात कोतवाली थाना, टड़ियांवा थाना, माधवगंज थाना, सांडी थाना, पिहानी थाना और बिलग्राम थाना के 50 से ज्यादा नाम नाम नामालुम पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है। एएसपी नृपेंद्र ने शिकायत की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की जांच की जा रही है।
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