चकिया ( मीडिया टाइम्स )। विश्व खेल दिवस के अवसर पर मानव संसाधन एवम महिला विकास
संस्थान व ग्रामीण युवा प्रेरणा मंच के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम मुबारकपुर, धन्निपुर, सदापुर और नासिरगंज मे बेटियों को सशक्त बनाने के लिये खेल का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण युवा प्रेरणा मंच के नेतृत्व मे " बेटी पढ़ेगी आगे बढ़ेगी। बेटी खेलेगी देश बदलेगी। के आधार पर बेटियों को प्रोत्साहन के लिये बालीबाल प्रतियोगिता और कबड्डी प्रतियोगिता कराया गया।
जिसमे लगभग 160 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया। विश्व खेल दिवस के अवसर पर बालीबाल खेल का उद्घाटन करते हुए ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के सचिव सुनीता विश्वकर्मा ने कहा कि आज के समय मे बच्चो के जीवन मे खेल बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि शारिरीक खेल या आउट डोर गेम के जगह मोबाईल के माध्यम से बच्चे ज्यादा खेल खेल रहे है। जिससे बच्चे शारीरिक एवं मानसिक रुप से अस्वस्थ होते जा रहे है। सुश्री शाहनाज बानो के द्वारा यह कहा गया कि हम सभी सामाजिक कार्यकर्ताओ और अन्य बुद्धिजीवी लोगों को लड़को के साथ-साथ लड़कियों को भी चूल्हा चौका से ऊपर उठकर बच्चियों को मौका देना चाहिये।
जिससे की सामाज के आधी आबादी को भी मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। देश में युवतियों को खेलने का अवसर कुछ शहर में तो मिल रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अभिभावक अभी भी युवतियों को खेलने से रोकते है। जबकि खेल से आज के समय अच्छा अच्छा रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। और खेल से जाति भेद-भाव कम होता है, खेल से शारिरिक और सामाजिक विकास होता है, खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए जिससे स्वस्थ और तंदुरस्त शरीर होता है, और खेल से सोचने और समझने का बल मिलता है। ग्रामीण युवा मंच लीडर सुश्री चंचल कुमारी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार धोषणा पत्र के अनुच्छेद 31 में बच्चों को खेल की गतिविधियों में हिस्सा लेने का अधिकार है।
इस तरह के खेल की गतिविधियों से बच्चों में हार जीत के महत्व को समझते और खेल से जीवन जीने की कौशल मे भी सकारात्मक परिवर्तन होता है। बालीबाल प्रतियोगिता कराने के लिये रेफरी के रुप मे रिषू कुमार और प्रमोद यादव उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम में शहाना, सोनम, खुशबू, आंचल, अनिता, मनीषा, बेबी , पूजा आदि प्रतिभागी रही। संस्था के तरफ़ से सन्जू, गुलाब, जितेन्द्र, गणेश प्रसाद, रीता, नरायन, अखिलेश, प्रीति, और मुकेश कुमार उपस्थित रहे।
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