चकिया। एक तरफ प्रदेश सरकार के द्वारा संविधान और राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान का फरमान लगातार जारी किया जा रहा है और उसके अपमान और उलंघन करने वालो के खिलाफ लगातार कार्यवाही किया जा रहा है।
वही सरकार के द्वारा नियुक्त किए जाने वाले सरकारी कर्मचारी उनके नियम को उलंघन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
अभी ताजा मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकिया का है जहाँ पर एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के द्वारा हर घर तिरंगा फहराया जाने का फरमान जारी किया गया था लेकिन सरकारी विभाग के दफ्तर में तैनात चिकित्सा प्रभारी विकास सिन्हा के द्वारा खुलेआम राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया जा रहा है और इस बाबत पर जानकारी लेने गए पत्रकारों के साथ भी अपमानित भाषा का प्रयोग किया गया।
राष्ट्रीय तिरंगे का स्वास्थ्य विभाग के द्वारा खुलेआम हो रहा अपमान
फटा झंडा बदलने को लेकर स्वास्थ्य विभाग बना लापरवाह।
झंडे बदलने की बाबत जानकारी देने पर चिकित्सा प्रभारी ने पत्रकारों को कह डाला अराजकतत्व कार्यालय से बाहर जाने की दी नसीहत।
पत्रकारों को फर्जी बताकर मुकदमा करने की दी धमकी ।
पत्रकारों ने चिकित्सा प्रभारी के खिलाफ खोला मोर्चा राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को लेकर थाने पर की लिखित शिकायत ।
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