लखनऊ। देश के विभिन्न राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए अब यूपी सरकार भी अलर्ट मोड में आ गयी है। प्रदेश में हालांकि कोरोना मामलों अभी भी काबू में हैं, लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ते नये मामलों ने यूपी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इसे देखते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने राज्य के सभी मंडल और जिलों के आलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के सभी मंडलों के मंडलायुक्त, सभी जिलों के जिलाधिकारी, सभी मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के लिये आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि कोविड-19 संकमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में कोरोना वायरस के नये केस अत्याधिक संख्या में प्रतिदिन मिल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में कोविड रोग के नवीन मामलों की संख्या काफी कम थी, किन्तु पिछले सप्ताह से सक्रिय केसेज की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है। ऐसी स्थिति में कोविड रोग के नए मामलों को रोकने के लिए अधिक संक्रमण वाले प्रदेशों से आने वाले यात्रियों के कोविड संक्रमण के लिये जांच कराया जाना अत्यधिक आवश्यक है ताकि कोरोना वायरस के नवीन संचरण की सम्भावना को न्यूनतम किया जा सके। मुख्य सचिव ने आशंका जतायी है कि होली पर्व पर कोविड-19 संकमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से उत्तर प्रदेश में आने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने की सम्भावना है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने कई दिशानिर्देश जारी किये हैं।
(1) कोविड-19 संकमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से हवाईमार्ग से आने वाले यात्रियों का प्रदेश के एयरपोर्ट पर एन्टीजन जांच कराई जाए। लक्षणयुक्त होने पर आरटीपीसीआर का नमूना लिया जाए।
(2) प्रदेश के समस्त जनपदों में रेलवे स्टेशनों पर कोविड-19 संकमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से वापस आ रहे यात्रियों के आगमन के उपरांन्त रेलवे स्टेशन पर ही एंटीजन जांच कराते हुए लक्षणयुक्त व्यक्तियों के नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिये भी एकत्र कर जिले की सम्बद्ध प्रयोगशाला को भेजा जाएं।
(3) प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की विशेष रूप से सघन जांच की जाए तथा लक्षण प्राप्त होने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए उक्त के अतिरिक्त रेलवे के सहयोग से सभी यात्रियों की सूची प्राप्त कर सर्विलान्स की कार्यवाही की जाए।
(4) ऐसे रेलवे स्टेशनों पर जहां लम्बी दूरी से तथा अन्य प्रदेशों से आने वाली रेलगाडियां रूकती हो, वहां 24 घण्टे कोविड जांच की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, जिस के लिये आवश्यक संख्या में जांच दलों को रेलवे स्टेशनों पर तैनात किया जाए।
(5) वर्तमान में दस्तक अभियान में घर- घर भ्रमण कर रहे फन्ट लाइन वर्कर से प्रतिदिन ऐसे क्षेत्रों के विषय में जानकारी प्राप्त की जाए जहां देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में प्रदेश के प्रवासी नागरिक वापस आए हैं अथवा आईएलआई केसेज समान्य से अधिक संख्या में सूचित हो रहे हैं।
(6) ऐसे क्षेत्रों में क्षेत्रीय एएनएम/ फ्रंट लाइन वर्कर/ नगरीय क्षेत्रो में मोहल्ला निगरानी समिति/ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समितियों का प्रयोग करते हुए कोविड संक्रमण के नियंत्रण के लिये निरन्तर सघन निगरानी करते हुए नियमित रूप से कोविड जांच करायी जाए।
7) कोविड-19 संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से आने वाले यात्रियों की स्कीनिंग एवं लाइन लिस्टिंग कार्य में मदद हेतु जनपद के पुलिस एवं राजस्य विभाग के कर्मियों की मदद ली जाए।
৪) प्रत्येक जनपद में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र तथा स्कूल/कालेज आदि में कोविड - 19 की जांच किए जाने के लिये क्षेत्रवार जांच कैलेण्डर के अनुसार आगे की कार्रवाई को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित
किया जाए।
9) जिलाधिकारी जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ प्रत्येक दिन आईसीसीसी (ICCC) में कोविड-19 संकमण के बचाव, रोकथाम, वैक्सिनेशन आदि की समीक्षा करें तथा कोविड नियंत्रण के लिये आवश्यक कदम उठाएं।
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