चकिया नगर समेत गांवो मे खुलेआम घुम रहे छुट्टे गौवंश राहगीरों को कर रहे घायल राहगीरों को हो रही परेशानियां
चकिया। चन्दौली एक तरफ प्रदेश सरकार के द्वारा निराश्रित गौवंशो को आश्रय देने के लिए जनपद के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है तथा जगह-जगह पर पशु आश्रय केंद्र बनाया गया है तथा प्रदेश सरकार के द्वारा गौवंशो के रखरखाव चारा पानी इलाज के लिए बाकायदा धन भी अवमुक्त कराया गया जिसका प्रमुख उद्देश्य था कि छुट्टे रूप से घुम रहे गौवंशों को एक आश्रय मिल सके तथा किसानों की फसलों को भी गौवंशो से बचाया जा सके।
वही छुट्ठा रुप से गौवंशों को पकडऩे के लिए मुख्य बिकास अधिकारी चन्दौली के द्वारा गौवशो से लोगों को होने वाली परेशानियों को दुर करने के लिए बाकायदा खंड बिकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया है ऐसे गौवशो को पकडकर तत्काल नजदीकी गौआश्रय मे रखा जाए एवं गौवंशों से आमजनों को कठिनाई होने पर बाकायदा अधिकारियों का नंबर भी जारी किया गया है मगर जमीनी स्तर गौवशो को पकडकर आश्रय देने का फरमान हवा हवाई होता नजर आ रहा है।
आपको बताते चले चकिया नगर समेत तिलौरी, मुहम्मदाबाद, गरला, भभौरा, डुही सुही,नगर पंचायत चकिया समेत विभिन्न गांवो मे खुलेआम सड़क पर तथा बाजारों में गौवंश घूम रहे हैं तथा आये दिन छुट्टे रुप से घुम रहे गौवंश राहगीरों को घायल भी कर दे रहे है। जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है और मुख्य विकास अधिकारी के आदेश को तांक पर रखकर खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्साधिकारी गौवशो को पकडऩे मे उदासीन बने हुए है और जिससे गौवशो को पकडकर आश्रय देने का फरमान हवा हवाई होता नजर आ रहा है।
समाजसेवी धीरज कुमार ने बताया की मुख्य विकास के आदेश के बाद भी गांवो मे खुलेआम गौवशो घुम रहे है और किसानों की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे है और खंड विकास अधिकारी गौवशो को पकडऩे मे कोई भी रुची नही ले रहे है वही संभ्रांत लोगों ने घुम रहे गौवंशो से निजात दिलाने को लेकर जनपद के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।
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