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Friday, December 1, 2023

जिले के शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक हुए मुखर, ऑनलाइन हाजिरी का जताया विरोध, मुख्यमंत्री को सम्बोधित बीईओ को सौंपा ज्ञापन

चंदौली ( मीडिया टाइम्स )। शुक्रवार को जिले के सभी ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर विभिन्न विकास खण्डों पर शिक्षक,शिक्षामित्र व अनुदेशक संघ के पदाधिकारियों ने अपनी पूर्व की लम्बित मांगों व ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। जिसके उपरान्त मुख्यमंत्री को सम्बोधित सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को अपनी लम्बित मांगो से सम्बंधित पत्रक सौंपा।

शहाबगंज प्रतिनिधि के अनुसार ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में स्थानीय कस्बा स्थित बीआरसी शहाबगंज पर परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध और लंबित मांगो को पूर्ण करने हेतु अध्यापकों द्वारा धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसमें विकास खण्ड शहाबगंज के सभी शिक्षक संघ,शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ ने भाग लिया।



धरना प्रदर्शन के उपरांत खण्ड शिक्षा अधिकारी शहाबगंज को मुख्यमंत्री को सम्बोधित अपनी विभिन्न मांगो से सम्बंधित ज्ञापन दिया गया धरना में उपस्थित शिक्षकों ने अपने-अपने विचार रखे ।जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की पूर्व में मांगी गई सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हम लोग बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध करेंगे।इस बैठक में सभी शिक्षक संघ,शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थित में महिला शिक्षकों की सुरक्षा और सम्मान के प्रति कोई विश्वसनीय सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया है इसके दुरुपयोग की संभावना प्रबल है ऑनलाइन हाजिरी परिषदीय विद्यालयों ग्रामीण व पर्वतीय, दुर्गम व सुदूर क्षेत्रों में अवस्थित है जहां विपरीत मौसम में आवागमन मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं और साथ ही नेटवर्क की भी समस्या बाधित रहती है।शिक्षामित्र अनुदेशक जो इतने वर्षों से कार्य कर रहे हैं उनकी भी समस्याओं पर सरकार शून्य है।


जबकि शिक्षामित्र 24 वर्षों से परिषदीय विद्यालयों में अनवरत शिक्षण कार्य कर रहे हैं जिसमें अधिकांश शिक्षामित्र 45 की अवस्था पार कर चुके हैं लेकिन उनको मात्र दस हजार ही मानदेय दिया जाता है जो बिल्कुल अन्याय है, सरकार उनसे वादा खिलाफी कर रही है।वहीं अनुदेशकों से भी उतना ही कार्य कराया जा रहा है लेकिन मात्र सात हजार रुपए मानदेय दिया जा रहा है।


कहा कि गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त रखा जाए।  सरकार को हम लोगों के द्वारा पूर्व में जो मांगपत्र सौंपा गया है उस विभिन्न मांग पत्र को लागू करे।उसके बाद ही शिक्षक बायोमेट्रिक हाजिरी देंगे।विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि हम लोग बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों को धरातलीय पृष्ठभूमि पर लागू करने का कार्य किया है और बेसिक शिक्षा विभाग का खोया हुआ सम्मान वापस दिलाया है।इस दौरान मुख्य रूप से केशरी नंदन जायसवाल,विजई प्रसाद राजेश यादव ,प्रवीण कुमार, विमला कुमारी ,उषा सिंह, चंचल कुमार अशफाकुर्ररहमान,विकास यादव, समीम अहमद अभिनव कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह ,अभिषेक सिंह,मनीष तिवारी,इंद्रपाल सिंह,बृजमोहन सिंह,मनोज तिवारी, सैयद यूनुस, कन्हैयालाल गुप्ता ,उपेंद्र जायसवाल,विकास तिवारी, शमशेर बहादुर सिंह,दीपक सिंह,अवधेश कुमार,विमला कुमारी,राजेश पाण्डेय,रामस्वरूप यादव,प्रवीण तिवारी,समद अली आदि अध्यापक मौजूद थे।


चकिया प्रतिनिधि के अनुसार वक्ताओं ने कहा कि सरकार पहले शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की मांगों को पूरा करें उसके बाद ही हम बायोमेट्रिक हाजिरी देंगे।



कहा कि सरकार से हमारी पूर्व की तमाम मांगे की गईं हैं जो अभी तक नहीं मानी गई है।जिसके लिए शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक संघ द्वारा लगातार मांग पर सौंपा जा रहा हैं लेकिन सरकार द्वारा उस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। जिसके क्रम में सभी संगठनों के लोगों ने एक स्वर से कहा कि जब तक हमारे दिए गए मांग पत्रों पर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं करेगी तब तक हम लोग किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे तथा ऑनलाइन हाजिरी का करें विरोध करेंकरेंगे।स कार्यक्रम में सदानंद दुबे, शैलेश गुप्ता,वीरेंद्र मोहन सिंह, अजय गुप्ता,रीता पांडेय, दीनदयाल सिंह,अमित कुमार, लालजी,अरविंद कौशल,संदीप सिंह,धीरेंद्र कुमार,रामविलास, बाबूलाल,संजय यादव,अवधेश सोनकर,अरविंद कुमार सिंह, नरसिंह राम,संतोष प्रताप, राम आशीष, ओमप्रकाश भारती, महेंद्र मौर्य, नरेंद्र प्रताप सिंह, कैलाश प्रसाद, निर्मल यादव, विनय सिंह, छड़धारी सिंह, भूपेन्द्र कुमार सिंह, रामपुरा यादव,ओपी मौर्या,नर्वदेश्वर मिश्रा, जितेंद्र तिवारी, विनोद त्रिपाठी, इमरान अली, गंगाधर गोपाल, श्याम बिहारी, सुनील पटेल ,प्रदीप जायसवाल, पिंटू राम, अजय भारती ,दिवाकर सिंह ,विजय विश्वकर्मा ,अशोक त्रिपाठी, रमेश तिवारी, सुमित सिंह, धीरज सिंह, चंद्रा मौर्या, ममता मिश्रा, पूनम सिंह, शिव पूजा राम, अटल बिहारी ,उषा श्रीवास्तव ,किरण कुशवाहा, ज्योति मिश्रा, राम प्रकाश,सुमित कुमार,रीता दुबे,बजरंग यादव,देवेंद्र प्रताप सिंह,आदि शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक उपस्थित रहे।


चहनिया प्रतिनिधि के अनुसार शुक्रवार को बीआरसी चहनिया पर प्रदेश नेतृत्व पूर्व माध्यमिक शिक्षक के आह्वान पर सभी शिक्षक संघ,शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना स्थल 4:00 बजे बैठक अयोजित कर एक दिवसीय धरना दिया गया उसके उपरांत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम से खंड शिक्षा अधकारी चहनिया को विभिन्न मांगो से सम्बंधित ज्ञापन दिया गया धरना मे उपस्थित शिक्षकों ने अपने अपने विचार रखे ।जिसमें सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की पूर्व में मांगी गई सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हम लोग बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध करेंगे।इस बैठक में सभी शिक्षक संघ,शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थित में महिला शिक्षकों की सुरक्षा और सम्मान के प्रति कोई विश्वसनीय सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया है इसके दुरुपयोग की संभावना प्रबल है। राज्य कर्मियों की भांति शिक्षकों को भी ग्रीष्मावकाश की जगह 31 अर्जित अवकाश प्रदान किए जाएं ताकि आवश्यकता पड़ने पर कर्मी उपभोग कर सकें  पुरानी पेंशन कों बहाल किया जाय lशिक्षामित्र अनुदेशक जो इतने वर्षों से कार्य कर रहे हैं उन पर भी सरकार शून्य है उनकी समस्याओं का भी निदान किया जाए संकुल स्तर पर शिक्षक आवास बनाए जाएं या शिक्षकों की नियुक्ति कार्य क्षेत्र 20 से 25 किलोमीटर व शिक्षिकाओं का 10 से 15 किलोमीटर के परिधि के भीतर पदस्थापन किया जाए, पांच साल से प्रमोशन नहीं किया गया तत्काल प्रमोशन किया जाय 17140-18150 की वेतन विसंगति कों दूर किया जाय,बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त रखा जाए  सरकार को हम लोगों के द्वारा पूर्व में जो मांगपत्र सौंपा गया है उस विभिन्न मांग पत्र को लागू करे।उसके बाद ही शिक्षक बायोमेट्रिक हाजिरी देंगे।इस अवसर पर अजय कुमार सिंह, बीरेंद्र सिंह यादव , फैयाज़ अहमद, प्रेमशंकर मिश्रा, अखिलेश श्रीवास्तव, फकरुद्दीन अली अहमद, राकेश गुप्ता, मनोज गुप्ता, मिलन जायसवाल,अवधेश मौर्या, साकिब, लक्ष्मी त्रिपाठी, आनंद, भागवती मिश्रा, प्रदीप सिंह, अखिलेश त्रिपाठी, राजीव यादव,पंकज सिंह, बृजेश मिश्रा, सुरेश मिश्रा, सुरेंद्र यादव, बृजेश मिश्रा,आनंद प्रकाश,पंकज उपाध्याय, कुसुम सोनकर, प्रमिला मौर्य, उषा यादव, रेखा यादव,नेहा श्रीवास्तव, संजय सिंह, रमेश चौरसिया, प्रदीप कुमार सिंह, अमरनाथ दूबे,अनिल पांडेय सैकड़ो शिक्षक उपस्थित रहे। अध्यक्षता सुरेंद्र त्रिपाठी व संचालन आत्मप्रकाश पाण्डेय ने किया।


सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर पूरे प्रदेश में शुक्रवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर एक दिवसीय विशाल धरना किया। इस दौरान मांगों के समर्थन में बीईओ को मुख्यमंत्री के नाम से पत्रक सौपा। इस दौरान शिक्षक,शिक्षामित्र व अनुदेशकों ने मागों को पूरा होने तक आन्दोलन चलाने की चेतावनी दिया। जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सरकार और विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा रोज नए-नए प्रयोग जो बेसिक शिक्षकों पर जबरन थोपे जा रहे है। इसे अध्यापक अब बर्दाश्त नहीं करेगा।परिषदीय विद्यालयों में शिक्षामित्र 24 वर्षों से अनवरत कार्य कर रहा है लेकिन सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है, वहीं अनुदेशकों से भी उतना ही कार्य लिया जा रहा है लेकिन उनको भी मानदेय पर रखा गया है जो एक दैनिक मजदूरों के बराबर भी नहीं है। जिला मंत्री अरुण रत्नाकर ने कहा कि शिक्षक अपने कार्यों को ईमानदारी पूर्वक कर रहा है। लेकिन सरकार इन शिक्षकों पर अविश्वास कर रही है । जो किसी भी स्तर पर भी सही नही है।


 किसी विभाग में नहीं सिर्फ शिक्षा विभाग में टैबलेट से उपस्थिति वो भी अपने निजी आईडी से सिम लेकर देना ये सही नही है।आक्रोशित शिक्षकों ने मांगों को पूरा होने तक आन्दोलन की चेतावनी दिया। अंत में मुख्यमंत्री के नाम से बीईओ अवधेश राय को पत्रक सौपा। इस मौके पर विरोध जताने वालों में चंद्रकांत सिंह, विनय दुबे ,अरविंद उपाध्याय ,रत्नाकर सिंह, अनामिका, आदित्य सिंह ,जायस ,गुलाब, फाफा साहब भारती, कृष्ण मोहन, प्रशांत पांडेय आदि रहे।अध्यक्षता दिनेश गौतम और संचालन शाह आफताब ने किया।

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